पत्र प्रक्रिया


आपके द्वारा प्रकाशित ‘इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए’ का अंक 11, वर्ष 28, नवंबर 2014 का ई-संस्करण पढ़ने का अवसर मिला। इस अंक में प्रकाशित लेख ‘जीवन को एक अक्ष की आवश्यकता’, ‘क्या है फोटोन कण’, ‘ हार्ट ब्लीड: प्रोग्राम बना वायरस’, ‘नई तकनीक बदल देगी दुनिया’ और स्थाई स्तम्भ के अंतर्गत प्रकाशित लेख सभी रोचक और ज्ञानवर्धक हैं। साथ ही इस अंक की विज्ञानकथा ‘रॉबिन से मुलाकात’ इस तथ्य को रेखांकित करती है कि विज्ञान से जुड़ी खोजों को आधार बनाकर एक अच्छी विज्ञानकथा लिखी जा सकती है और वैज्ञानिक तथ्यों को रोचक तरीके से परोसा जा सकता है। आशा है आपकी यह विज्ञान पत्रिका निरंतर ऐसी ही मौलिक और ज्ञानवर्धक रचनाओं को इंटरनेट पर पढ़ने का अवसर देती रहेगी। पत्रिका के संपादक मंडल को हार्दिक शुभकामनाएँ।  

अवनि बावेजा, सान होजे, कैलिफ़ोर्निया   


मुझे नव वर्ष में आपकी पत्रिका ‘इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए’ का अंक उपहार स्वरूप नये और आकर्षक रूप में प्राप्त हुआ। इस अंक में बहुत सारे बदलाव आये हैं जो काफी सराहनीय और आकर्षक हैं, इस कठोर परिश्रम का श्रेय मैं संपादक को देना चाहूँगा। मुझे इस अंक में दो लेख काफी पसंद आये जो पहले से काफी अलग हैं और मैंने इस प्रकार का स्तंभ अन्य मैग्जीन में नहीं देखे। 
‘इस माह के वैज्ञानिक’ का स्तंभ गागर में सागर भरने जैसा है। मुझे इस लेख को पढ़कर बहुत सारी जानकारियाँ प्राप्त हुई हैं और वैज्ञानिक दृष्टिकोण मजबूत हुआ है। किसी भी विद्यार्थी के लिए इस प्रकार की जानकारी काफी महत्वपूर्ण होती है। इस प्रकार की जानकारी पाने के लिए इंटरनेट पर घंटों समय बिताना पड़ता है, फिर कहीं मुश्किल से एक-दो जानकारियां प्राप्त होती है और उसमें भी विश्वसनीयता की कमी होती है। जिस नये अंदाज में आपने यह स्तंभ शुरू किया है मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि आप इसे कम-से-कम पूरे साल बनाये रखें। यह हमारे ज्ञान को बहुत समृद्ध और कारगर बनाता है। आपकी संपादकीय ‘गरम हो रही धरती’ बहुत ही अच्छा लेख है जो हमारे पर्यावरण की वर्तमान स्थिति को दर्शाता है। इसमें छिपा संदेश हम सब युवाओं के लिए बहुत मददगार साबित होगा। इस लेख में हमारी धरती के बढ़ते तापमान और उसके प्रभाव को बहुत ही सरल ढंग से बताया गया है। 

धर्मेन्द्र कुमार मेहता, भोपाल