'कला की संगत` और 'अपने समय में` का लोकार्पण
परंपरा, संस्कृति और इतिहास के ज़रूरी संदर्भों और साहित्य तथा विज्ञान की गहरी समझ के साथ संतोष चौबे हमारे समय के सवालों की पड़ताल करते हैं। उनका नज़रिया समावेशी है। वे व्यापक अध्ययन और तर्कों के साथ अपनी किताबों में विमर्श की नई राहें खोलते हैं। हिन्दी में यह आलोचना के नए आचरण का सूचक है। इस वैचारिक आहट के बीच स्वराज भवन (भोपाल) में सुप्रसिद्ध कवि&कथाकार और आलोचक संतोष चौबे की दो नव प्रकाशित पुस्तकों 'कला की संगत` तथा 'अपने समय में` का लोकार्पण हुआ। साहित्य के प्रकाण्ड चिंतक डॉ. धनंजय वर्मा तथा अग्रणी कवि राजेश जोशी ने समीक्षा, संवाद और साक्षात्कारों पर केन्दित चौबे की इन कृतियों को जारी करते हुए इन्हें एक बहुआयामी और मननशील लेखक का महत्वपूर्ण रचनात्मक हस्तक्षेप बताया। युवा आलोचक पंकज चतुर्वेदी ने लोकार्पित पुस्तकों पर अपना आधार वक्तव्य दिया। कला समीक्षक विनय उपाध्याय ने संचालन करते हुए आरंभ में चौबे की सृजनात्मक यात्रा पर प्रकाश डाला। पहले पहल प्रकाशन द्वारा संयोजित इस गरिमामय प्रसंग में राजधानी के लेखक, कलाकार और संस्कृतिकर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
अपने पाठक&प्रशंसकों से मुखातिब होकर संतोष चौबे ने कहा कि इन पुस्तकों के जरिये मैंने साहित्य, संस्कृति और कलाओं की आपसदारी को नए सिरे से देखा&समझा। आलोचना की एक नई संवेदना ने मेरे भीतर जन्म लिया। चौबे ने इस अवसर पर लोकार्पित पुस्तकों में संग्रहित कुछ आलेखों के अंशों का पाठ भी किया। उन्होंने कहा कि हमारी आलोचना ने जो प्रतिमान अब तक गढ़े, आज उन दायरों से बहुत आगे निकलने की ज़रूरत है। इस अवसर पर वरिष्ठ कवि राजेश जोशी ने संतोष चौबे के कृतित्व और व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि संतोष चौबे लगभग चार दशकों से साहित्य और कला में सतत सक्रिय हैं और उनकी इन पुस्तकों के जरिये मैंने साहित्य, संस्कृति और कलाओं की आपसदारी को नए सिरे से देखा&समझा। आलोचना की एक नई संवेदना ने मेरे भीतर जन्म लिया।
हमारी आलोचना ने जो प्रतिमान अब तक गढ़े, आज उन दायरों से बहुत आगे निकलने की ज़रूरत है।
& संतोष चौबेन दोनों क्षेत्रों में बराबर की रुचियां उनके सृजन में झलकती हैं। युवा आलोचक पंकज चतुर्वेदी ने संतोष चौबे के आलोचकीय कर्म पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चौबे का आलोचना और विचार का केनवास बहुत व्यापक तथा विविध है। वह विभिन्न साहित्य और कला के तमाम रूपों में ही नहीं बल्कि ज्ञान के विभिन्न अनुशासनों में भी सजग आवाजाही करते हैं। उनके बीच अनिवार्य अंतर्संबंध की चेतना से उनका लेखन आलोकित है। यह एक सच्चे लोकतांत्रिक नजरिये से की गई आलोचना है क्योंकि वे रचनाकारों में छोटे&बड़ा का भेद नहीं करते। प्रतिभा को वे जन्मजात गुण नहीं मानते बल्कि जीवन संघर्ष के बीचों बीच अर्जित की गई विशेषता मानते हैं। आभार व्यक्त करते हुए कवि महेन्द गगन ने कहा कि पहले&पहल प्रकाशन द्वारा श्रेष्ठ साहित्य के ग्रंथों की श्रृंखला जारी रहेगी।
आईसेक्ट सुपेला एवं बी.डी.एस.कालेज में षिक्षक दिवस
बाबा दीप सिंह नगर (वैषाली नगर) स्थित बी.डी.एस कॉलेज जो कि डॉ.सी.वी.रमन वि.वि.बिलासपुर से मान्यता प्राप्त अधिकृत अघ्ययन केन्द है में षिक्षक दिवस पर षिक्षकों का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में काषीनाथ राम वर्मा, एम.पी.षुक्ला एवं मैडम प्रतिष्ठा षुक्ला द्वारा संस्था के फैक्ल्टीस जसप्रीत कौर अनिता गिरी, रीना षर्मा, दीपक जागंडे, पुष्पलता, हितेषवरी, प्रीति बाला, सुमन षर्मा, मनीष षर्मा, सरला जोषी, सहित अन्य षिक्षकों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर समस्त विधार्थी एवं उपस्थित अतिथियों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द मोदी जी का दूरदर्षन में प्रसारित विधार्थी के लिए सीघा प्रसारण भी प्लाजमा टीवी में देखा एवं इसका लाभ लिया। संस्था द्वारा कार्यक्रम में इफॉमेषन टेक्नालॉजी & आईटी आघारित पावर पांइट स्लाईट प्रेजेन्टेषन माडल, कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग एवं स्पीच प्रतीयोगिता का आयोजन किया गया जिसमें पावर पांइट स्लाईट में प्रथम स्थान षाकीर एवं सैम्यून, द्वितीय स्थान षैलेन्द एवं षुभम, तृतीय स्थान दीपिका, इन्दू प्रषान्त एवं पूजा सिहं मॉडल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अल्फाज अली, द्वितीय स्थान मिथलेष देवांगन एवं तृतीय स्थान कौषलेन्द नेताम, कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग में मो. असीम एवं भाषण प्रतियोगिता में प्रथम हेमा वैष्णव द्वितीय खेमेन्द एवं तृतीय निषा सफल रहे विजेताओं कों संस्था संचालक अरविन्दर सिंह द्वारा नगद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये गये कार्यक्रम में डॉ.सी.वी.रमन विष्वविघालय कें सिटी ऍाफिस आईसेक्ट&सुपेला एवं बी.डी.एस कॉलेज के विधार्थी षामिल थे। उपरोक्त स्थानों पर वि.वि. के जुलाई 2014 से जून 15 सत्र के लिए च्ळक्ब्। ए क्ब्।ए ठब्।ए ड।ए डैए ठण्स्पइए डण्स्पइए डब्।ए डठ।ए ठ।ए ठण्ब्वउए एवं विभिन्न षार्टटर्म कोर्स .ज्ंससलए क्ज्च्ए डै.वािपिबमए ब्ध्ब्++ए डाटा एन्ट्री, हिन्दी टायपिंग, इंग्लिष टायपिंग इत्यादि में प्रवेष प्रारम्भ है। अघिक जानकारी के लिए डॉ.सी.वी.रमन वि.वि.के अधिकृत अघ्ययन केन्द बी.डी.एस कॉलेज बाबा दीप सिंह नगर एवं सिटी ऑफिस आईसेक्ट&सुपेला हिमालय कॉम्पलेक्स में संपर्क कर सकते हैं।
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संतोष चौबे के आलोचकीय कर्म पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चौबे का आलोचना और विचार का केनवास बहुत व्यापक तथा विविध है। वह विभिन्न साहित्य और कला के तमाम रूपों में ही नहीं बल्कि ज्ञान के विभिन्न अनुशासनों में भी सजग आवाजाही करते हैं। उनके बीच अनिवार्य अंतर्संबंध की चेतना से उनका लेखन आलोकित है। यह एक सच्चे लोकतांत्रिक नजरिये से की गई आलोचना है क्योंकि वे रचनाकारों में छोटे&बड़ा का भेद नहीं करते। प्रतिभा को वे जन्मजात गुण नहीं मानते बल्कि जीवन संघर्ष के बीचों बीच अर्जित की गई विशेषता मानते हैं।
आईसेक्ट संस्था में छात्र संघ चुनाव सम्पन्न
आईसेक्ट बैकुण्ठपुर के छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं सह सचिव पदों के लिए चुने हुए कक्षा प्रतिनिधियो के माध्यम से चुनाव सम्पन्न हुआ। अध्यक्ष पद हेतु 6 उम्मीदवार, उपाध्यक्ष एवं सचिव पद हेतु 3&3 तथा सहसचिव पद हेतु 9 उम्मीदवार कुल 21 उम्मीदवार छात्र संघ के चुनाव में षामिल हुए। जिसके लिए दोपहर 01रू00 बजे तक जमकर प्रचार एवं सघन सम्पर्क उम्मीदवारें द्वारा किया गया। इसके पष्चात 01रू00 बजे से षाम 04रू00 बजे तक मतदान कार्यक्रम चला। अंतिम चरण की वोटिंग के बाद वोटिंग का प्रतिषत 96: रहा। मतगणना कार्यक्रम 04रू15 बजे प्रारंभ किया गया। दो चरणों में चले मतगणना कार्यक्रम के पष्चात जो परिणाम सामने आए उसमें अध्यक्ष पद हेतु मो. वसीम अपने निकटतम प्रतिद्वंिन्दयों को पीछे छोड़ते हुए विजेता घोषित किये गए। इसी तरह उपाध्यक्ष पद हेतु सुमित नामदेव, सचिव पद हेतु कु. उर्मिला एवं सहसचिव पद हेतु भानु प्रताप सिंह विजेता घोषित किए गए।