स्कोप समाचार


स्पार्क 2014 का रंगारंग समापन

स्कोप कॉलेज आफ इंजीनियरिंग भोपाल में आयोजित स्पार्क 2014 के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह आईसेक्ट निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। समारोह में सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में ‘निर्भया’ घटना पर आधारित डॉन्स ‘ओ रि चिरैया’ प्रस्तुत कर मदर टेरेसा स्कूल के छात्राओं ने बाजी मारी और प्रथम स्थान प्राप्त किया। एकल नृत्य की श्रेणी में द्वीप विद्यानिकेतन मण्डीदीप की अर्पिता ने ‘मेरे ढ़ोलना’ पर शानदार नृत्य कर सबका मन मोह लिया और प्रथम स्थान प्राप्त किया। शासकीय उ.मा. विद्यालय मिसरोद के नीलेश ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। आनंद बिहार के सौरभ सिंह को विशेष पुरस्कार दिया गया। कमला नेहरू स्कूल के विद्यार्थियों ने स्वच्छ भारत थीम पर आधारित सामूहिक गान में प्रथम स्थान प्राप्त किया। मदर टेरेसा स्कूल के ही विद्याथर््िायों ने मध्यप्रदेश पर आधारित ‘सुख का दाता सबका साथी’ पर सामूहिक गान प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। मदर टेरेसा के प्रांजल चतुर्वेदी व कमला नेहरू की सारिका पाठक ने क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर विभिन्न खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं जिसमें प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार के रूप में नगद राशि, ट्रॉफियाँ व सर्टीफिकेट दिये गये। 

युवा भारत का पर्यावरण हितैषी प्रयास 

भारतीय उद्योग परिसंघ के यंग इंडियंस का पर्यावरण हितैषी प्रयास ई-वेस्ट कलेक्शन ड्राइव का कार्यक्रम स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में संपन्न हुआ। करीब दो महीने लम्बी ड्राइव के अंतर्गत शहर भर के बीस से ज्यादा स्कूल, कॉलेज, ऑफिस आदि ने इसमें भागीदारी की। इन जगहों में ई-वेस्ट कलेक्शन के लिए बॉक्स रखे गये और लोगों से अपील की गई कि अपने घर ऑफिस से निकलने वाला इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट को साधारण कचरे में न फेंके, इसे इस बॉक्स मे सुपुर्द करें। ये अत्यंत जहरीला (टॉक्सिक) होता है। इसका अलग से निवारण जरूरी है। अपना ई-वेस्ट वे हमें दें और इस वेस्ट को हम सुरक्षित तरीके से डिस्पोस करेंगे जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। इस प्रयास का उद्देश्य पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक कर एक हरे भरे प्रदूषण मुक्त भोपाल को बनाने का है एवं लोगों को ई-वेस्ट से होने वाले नुकसान से अवगत करना है। ई-वेस्ट या इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट का मतलब पुराने इलेक्ट्रॉनिक सामान, सीडी, ड्यूरेबल्स, कम्प्यूटर, मोबाइल आदि हैं। अगर सही तरीके से डिस्पोज न किये जाएँ तो इनमें मौजूद एलिमेंट पर्यावरण को जहरीला बनाते हैं। स्कोप कॉलेज में हुए उद्घाटन समारोह में ई-वेस्ट ड्राइव का पोस्टर लोकार्पित किया गया एवं सभी को ई-वेस्ट सही तरीके से डिस्पोज करने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में यंग इंडियंस भोपाल चैप्टर के चेयरपर्सन मिहिर मर्चेंट, को-चेयर प्रकृति जैन, ई-वेस्ट प्रोजेक्ट को ऑर्डिनेटर अमित सक्सेना, आईसेक्ट के डायरेक्टर सिद्धार्थ चतुर्वेदी एवं पल्लवी चतुर्वेदी मौजूद थीं। 

युगान्तर में सांस्कृतिक कार्यक्रम और वृŸाचित्र की प्रस्तुति

‘‘समय बदल रहा है ऐसे में शिक्षा तंत्र में भी निरंतर बदलाव हो रहे है। सूचना क्रांति का प्रभाव मौजूदा शिक्षा में भी नजर आता है। आज नई तकनीकों ने शिक्षा को सरल एवं व्यापक बना दिया है।’’ यह बात आईसेक्ट के निदेशक श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कही। वे स्कोप पब्लिक स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव युगांतर में सभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वार्षिकोत्सव एक ऐसा प्लैटफार्म होता है जहां विद्यार्थियों का संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है। समारोह में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संजीव सचदेवा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता के दौर में विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य तय कर आगे बढ़ना चाहिए। स्कूल की प्राचार्या डॉ. शैलजा मनोज कृष्णन ने स्कूल की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया। इस मौके पर स्कूल की गतिविधियों पर आधारित एक वृत्तचित्र भी प्रस्तुत किया गया। प्रारंभ में उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम लाने वाले विद्यार्थियों मेधा गवाड़े, निधि नागरे को जे.पी. चौबे स्मृति पुरस्कार से नगद राशि व शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। वहीं रिया मेहरा व अमीत विश्वकर्मा को भी पुरस्कृत किया गया। तत्पश्चात युगांतर थीम पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें बताया गया कि समय के साथ वर्तमान शिक्षा पद्धति में भी जो बदलाव आए हैं। समारोह का संचालन अन्नपूर्णा राजपूत, अभिषेक मिश्रा और पूजा चौहान ने किया। अंत में आभार स्कूल की वाइस प्रिंसिपल अंजना साहू ने माना।

वर्ष 2014 का स्पार्क उत्सव

‘‘स्कोप कॉलेज ने जो स्पार्क प्रज्ज्वलित किया है, वो आगे तक जाए और स्कूल के विद्यार्थियों को इस प्लेटफार्म से बड़ा आकाश मिलें। यह आयोजन भोपाल जिले में अपनी पहचान बना रहा है और आगे बड़े पैमाने पर इस कार्यक्रम को करने का प्रयास किया जाएगा।’’ उक्त उद्गार निदेशक आईसेक्ट सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने वर्ष 2014 के स्पार्क उत्सव में व्यक्त किये। प्राचार्य डॉ.डी.एस.राघव ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्हांेने अपने संबोधन में कहा कि स्कोप प्रतिवर्ष इस तरह के प्लेटफार्म स्कूल के विद्यार्थियों को उपलब्ध कराता है जिससे कि उनका चहुँमुखी विकास हो सकें। कार्यक्रम में पचास से अधिक विद्यालयों ने भाग लिया। सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं एकल और सामूहिक नृत्य, गायन, कविता पाठ, रचनात्मक लेखन का आयोजन हुआ। खेलकूद में क्रिकेट, कबड्डी, वालीबाल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि खेल आयोजित हुए। डॉ. सत्येन्द्र खरे, कपिल गौर और प्रो. समीर चौधरी ने इस आयोजिन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गायन प्रतियोगिता 

स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा खेलकूद और सांस्कृतिक महोत्सव आयोजन के अन्तर्गत गायन प्रतियोगिता आयोजित हुई। इस अवसर पर बच्चों ने देशभक्ति और जीवन से जुड़े अन्य सामाजिक सरोकारों के गीत प्रस्तुत किये। यद्यपि ये गीत फिल्मी भी थे फिर भी इन गीतों में, ‘दे दी हमें आजादी बिना खडग बिना ढ़ाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल, ओ पालन हारे निरगुन ओ न्यारे, तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं’  जैसे गीतों को अधिक सराहना मिली। ग्रेफाइट स्कूल मंडीदीप, मदर टेरेसा स्कूल, कमला नेहरू स्कूल, सेंट मेरी स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 3 आदि स्कूलों ने शिरकत की। प्रतियोगिता में संतोष कौशिक, प्रशांत सोनी और डॉ. अंशु सिंह निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे। समारोह के पूर्व, पाकिस्तान हुई दर्दनाक घटना में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनिट का मौन भी रखा गया।

युवा जागृति अभियान

स्कोप इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेंजमेंट में ‘युवा जाग्रति’ अभियान का आयोजन गाँधी जी के विचारों को विद्यार्थियों तक पहुँचाने का उद्देश्य रहा। इसमें विद्यार्थियों को समूह में गांधी जी की आत्मकथा ‘एन एक्सपेरिमेन्ट विथ ट्रुथ’ को आम लोगों में पहुँचाने की पहल की। जो समूह रचनात्मक तरीकों से जितनी अधिक किताब बेचेगा, वो विजेता रहेगा, इस भाव से यह आयोजन किया गया जिसमें आईपर, वी.एन.एस., स्वामी विवेकानंद, ओरिऐंटल, स्कोप आदि, कॉलेजों के पाँच सौ से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अनुराधा शंकर सिंह, आई. जी. सी.आई.डी. की उपस्थिति में हुआ। प्रारंभ में डॉ. डी.एस. राघव प्राचार्य स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस आयोजन में विशेष भूमिका नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग मुबंई के प्रोफेसर डॉ. टी. प्रसाद की रही। उन्हांेने अपने भाषण में कहा कि गाँधी जी के सिद्धांतों से हम शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन कर सकते हैं। लर्निग एक्टिविटी को उपयोगी बनाकर पढ़ाई के महत्त्व को बढ़ाया जा सकता है। निदेशक आईसेक्ट पल्लवी राव चतुर्वेदी ने सभी टीमों को शुभकामनाएँ दीं और निरंतर सीखते रहने की बात कही। मुख्य अतिथि संयोजिका डॉ. स्वाति तिवारी ने इस कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। संचालन डॉ. मोनिका सिंह ने किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किये गए इस दौरान सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के श्री वी.के. त्रिपाठी, बड़ी संख्या में विद्यार्थी और फैकल्टी उपस्थित थे।