वार्षिक प्रगति पर राज्यपाल द्वारा सराहना
मध्यप्रदेश के माननीय राज्यपाल ने वर्ष 2013.14 की आईसेक्ट विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट का विमोचन किया। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति वी.के.वर्मा, प्रो वाइस चांसलर अमिताभ सक्सेना एवं कुलसचिव विजय सिंह की उपस्थिति में विमोचन कार्यक्रम हुआ। राज्यपाल को विश्वविद्यालय की न्यूज बुलेटिन ।न् ज्पउमे की प्रतियां भेंट की गईं तथा उन्हें अवगत कराया कि विश्वविद्यालय में सौर तथा पवन ऊर्जा के 10 किलोवाट विद्यार्थी व फैकल्टी द्वारा लगाया गया तथा वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय उत्कृष्ट शोध केन्द्र के रूप में उभर रहा है और शीघ्र ही विश्वविद्यालय में 100किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जा रहा है। राज्यपाल माननीय रामनरेश यादव ने आईसेक्ट विश्वविद्यालय को ‘बेस्ट अपकमिंग यूनिवर्सिटी पुरस्कार’ मिलने पर बधाई दी। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति वी.के.वर्मा जी ने बताया कि विश्वविद्यालय शोधायतन तथा अनुसंधान नामक जर्नल प्रकाशित करता है जो कि रिसर्च स्कालर्स के बीच में व्यापक रूप से प्रचलित है व माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा क्लाउड कम्प्यूटिंग लैब तैयार की गई है जिसका प्रयोग प्रदेश के विद्यार्थी कर सकेंगे व बीएसएनएल के साथ मिलकर विश्वविद्यालय एम.टेक. मोबाइल कम्युनिकेशन प्रोग्राम के माध्यम से रोजगारपरक प्रोग्राम के शुरू करने पर राज्यपाल महोदय जी ने प्रसन्नता व्यक्त की व बधाई भी दी।
राजगढ़ के सोलर फार्म का अध्ययन
आईसेक्ट विश्वविद्यालय के एडवाइजर, डॉ.वी.के.सेठी, श्री एस आर अवस्थी, डायरेक्टर, सेंटर फॉर साइंस कम्युनिकेशन, डॉ. बी.डी.शुक्ला, डायरेक्टर, सेंटर फॉर रिन्यूएबल एनर्जी ने राजगढ़ के सोलर फार्म का भ्र्रमण किया। इसके अंतर्गत एम एण्ड बी स्विचगियर्स कंपनी, इंदौर द्वारा स्थापित 14.5 मेगावॉट और एनटीपीसी के 50 मेगावॉट के संयंत्र का भ्रमण किया गया। इसके अलावा 2 मेगावॉट का थिन फिल्म आधारित अडोरा, मुंबई द्वारा सोलर पॉवर प्लांट का अध्ययन किया गया। आईसेक्ट विश्वविद्यालय ग्रीन कैंपस की दिशा मे पहल कर रहा है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय में सौर तथा पवन ऊर्जा (10ण्5 किलोवाट) के संयंत्र स्थापित किए गए हैं। इसी दिशा में अगले कदम के तौर पर विश्वविद्यालय में 100 किलोवॉट के सोलर संयंत्र स्थापित करने की पहल शुरू की गई है।