आईसेक्ट विश्वविद्यालय समाचार


विज्ञान दिवस पर व्याख्यान

आईसेक्ट विश्वविद्यालय में विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष व्याख्यान हेतु डॉ. रघु इकेम्पथी, प्रोफेसर एण्ड ग्रेजुएट डायरेक्टर इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग, केटरिंग यूनिवर्सिटी फ्लिंट यूएसए व देवेन्द्र मेवारी, प्रोमिनेंट साइंस कम्युनिकेटर जो कि कई नेशनल अवार्ड भी जीत चुके हैं उपस्थित थे। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे भी विशेष रुप से उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति वी के वर्मा ने कहा कि प्रत्येक दिन विज्ञान का दिन है क्योंकि रिसर्च व वैज्ञानिक खोजें प्रत्येक दिन होती रहती हैं। क्या, कैसे और क्यों हमेशा सोचें जिससे आप रिसर्च या विज्ञान के क्षेत्र में नये आयाम प्राप्त कर सकेंगे। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि वैज्ञानिकों के नाम से आईसेक्ट का पुराना रिश्ता रहा है। आज से 10 वर्ष पूर्व आईसेक्ट ग्रुप ने छŸाीसगढ़ के बिलासपुर जिले में डॉ. सी वी रमन नाम से विश्वविद्यालय प्रारंभ किया। 15 अगस्त, 26 जनवरी का जितना महत्व है उतना ही महत्व विज्ञान दिवस का भी है और होना भी चाहिए। आईसेक्ट विश्वविद्यालय अपने राष्ट्र के युवाओं को विज्ञान दिवस के अवसर पर यह संदेश देना चाहता है कि विज्ञान समाज का दर्पण है अतएव विज्ञान के क्षेत्र में अपना आयाम स्थापित करने का प्रयत्न करें जिससे राष्ट्र ही नहीं संपूर्ण विश्व को आधार मिल सके। विशेष व्याख्याता श्री देवेन्द्र मेवारी छात्रों से रूबरू होते हुए प्रेजेंटेशन के माध्यम से सौर मंडल की सैर कराई व सौर मंडल के बारे में रोचक बातों से अवगत कराया तथा साइंस की अभी तक की खोजों को भी विस्तृत रूप से प्रकट किया। छात्रों के साथ उन्होंने एक विज्ञान गीत भी गाया जिसके बोल थे ‘जीवन तेरे रुप अनेक’ और पूरा सभागार इस गीत से गुंजायमान हो गया। 
विशेष व्याख्याता डॉ. रघु इकेम्पथी ने छात्रों को डिजाइन एण्ड एनालिसिस ऑफ ए कार-ट्रक स्टैण्ड पर अभी हाल की रिसर्च से अवगत कराया व छात्रों को प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी भी दी साथ ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विचार व्यक्त करते हुए पर्यावरण का सबसे बड़ा दुश्मन कही जाने वाली पॉलीथीन के स्थान पर हमारा अपना स्वदेशी ‘झोला’ उपयोग करने की सलाह दी और जल का दुरुपयोग ना करने जैसे कि शॉवर का उपयोग ना करें आदि। इस अवसर पर सी वी रमन जी के जीवन पर वृŸाचित्र के माध्यम से प्रकाश डाला गया। छात्रों ने भी इस अवसर पर अपने मॉडल्स तैयार कर प्रेजेंट किए जिसे सभी ने सराहा।