भाषायी अस्मिता को पहचानना जरूरी: संतोष चौबे
प्रेमचंद्र की जयंती पर कविताओं की संगीतमय प्रस्तुति
आज के समय में युवाओं के बीच भाषाओं को लेकर वह समझ नहीं है जो मुंशी प्रेमचंद के समय में हुआ करती थी। भाषाई अस्मिता को पहचानना जरूरी है। हमारे बीच मां और समाज के जरिए भाषा पहुंचती है। यह बात आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने कही। वे आईसेक्ट विश्वविद्यालय द्वारा मुंशी प्रेमचंद जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद आज भी सबसे ज्यादा बिकने वाले साहित्यकार है। इस मौके पर आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति श्री वी.के. वर्मा ने कहा कि शिक्षा के विकास के लिए कला, संस्कृति और साहित्य बेहद जरूरी है हम आगे भी ऐसे आयोजन करते रहेंगे जिससे विद्यार्थियों में साहित्य के प्रति रूचि पैदा हो। मुंशी प्रेमचंद की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में श्री संतोष कौशिक के मार्गदर्शन में देश के प्रख्यात कवियों की कविताओं की संगीतमयी प्रस्तुति दी गई। जिसमें सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ‘वह तोड़ती पत्थर’, नागार्जुन की दो कविताएं ‘अकाल और उसके बाद’ तथा ‘चंदु मैंने सपना देखा’ प्रस्तुत की गई। श्रोताओं द्वारा जिन्हें खूब सराहा गया। वहीं अशोक वाजपेयी की ‘आओ’, राजेश जोशी की ‘बच्चे काम पर जा रहे हैं’, अरूण कमल की ‘बहुत सुंदर लगेगा सूर्य’ प्रस्तुत की गई। कंुवर नारायण और केदारनाथ सिंह की कविता भी प्रस्तुत की गई। कविताओं की इन प्रस्तुति में श्री संतोष कौशिक के साथ सर्वश्री राजू राव, संदीप श्रीवास्तव, और राजू वानखेड़े ने साथ दिया। इस मौके पर आईसेक्ट विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विजय सिंह ने कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
जॉब फेयर में 300 युवाओं का चयन
आईसेक्ट विश्वविद्यालय द्वारा दो दिवसीय जॉब फेयर का आयोजन किया गया। चिकलोद रोड स्थित विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस दो दिवसीय जॉब फेयर में म.प्र. सहित अन्य प्रदेश के उम्मीदवार भी शामिल हुए। दो दिवसीय इस जॉब फेयर में देश की 17 प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इन दो दिनों में लगभग 4500 युवाओं ने शिरकत की। जिसमें इन कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा लगभग 300 उम्मीदवारों को शार्ट लिस्टेड किया। जिसमें से कई उम्मीदवारों को ऑफर लैटर प्रदान किए गए, षेष आवेदकों को अगले राउंड के लिए शार्ट लिस्टेड किया गया। आईसेक्ट विवि के रजिस्ट्रार विजय सिंह ने कहा कि यह जॉॅब फेयर सभी प्रतिभागियों के लिए पूरी तरह निःशुल्क था। सभी 17 कंपनियों से आए प्रतिनिधि भी इस आयोजन से खासे उत्साहित थे। सभी ने इस आयोजन पर संतुष्टि जाहिर की और कहा कि भविष्य में भी आईसेक्ट वि.वि. के साथ इस तरह का आयोजन करते रहेंगे। इस जॉब फेयर में शामिल होने आए युवा पूरे समय इस मेले को लेकर खासे उत्साहित नजर आए। इस जॉब फेयर में मुख्य रूप से जेनसार, मेस्टेक, जीटीएल, मैक्सवेल, ट्राईजिन, जेट एयरवेज, पीसीएस, महिन्द्रा फायनेंस, ट्राईडेन्ट समूह, आई.आई.एफ.एल., भारत बिजली, बजाज कैपिटल, हेथ-वे जैसी लगभग 17 कंपनियों के एच.आर. प्रतिनिधि उपस्थित थे।
आईसेक्ट विश्वविद्यालय में अतिथि व्याख्यान का आयोजन
आईसेक्ट विश्वविद्यालय में आत्म बौद्धिकरण पर अतिथि व्याख्यान के आयोजन में अतिरिक्त महासचिव मंडीदीप एसोसिएशन राजीव अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को इस क्रांतिकारी युग में जीवन जीने, सफलता हासिल करने एवं अपना लक्ष्य निर्धारित कर उस लक्ष्य को जुनून में, जिद में बदलने की सीख दी। उन्होंने कहा कि ये आईसेक्ट विश्वविद्यालय आपको पंख लगायेगा और उन पंखों से आप कितनी उड़ान भरोगे ये आप को तय करना है, खुद की क्षमता को पहचानें और इस क्रांतिकारी युग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। उन्होंने छात्र-छात्राओं को कुछ टिप्स भी दिए तथा छात्र-छात्राओं के प्रष्नों के उŸार दिये। इस कार्यक्रम से छात्र-छात्राएं एवं फैकल्टी मेंबर्स ने भी काफी कुछ सीखा और अपने जीवन में बने हुए लक्ष्य की ओर पुनः जिद भरी नजरों से बढ़ने का संकल्प लेने लगे। कार्यक्रम का संचालन संगीता जौहरी ने किया। कार्यक्रम के अंत में दीप्ति महेश्वरी जी ने राजीव जी को मोमेंटो प्रदान किया।
रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का षुभारंभ
‘‘आज के समय में शिक्षा के साथ कौशल उन्नयन, कम्प्यूटर शिक्षा और तकनीकी शिक्षा जरूरी है। आईसेक्ट द्वारा कौशल उन्नयन के जो कार्य चल रहे हैं वे सराहनीय है। युवक युवतियों 25 वर्षों तक पढाई में कड़ी मेहनत करें और बाकी जिन्दगी अपनी शर्तों पर जियें। बच्चे केवल डिग्री न लें बल्कि कौशल उन्नयन पर भी ध्यान दें। भविष्य बनाना है तो तकनीकी शिक्षा पर जो दें और ज्ञान में वृद्धि करें। जिन्दगी में किसी भी कार्य करने के लिये जुनून होना चाहिए’’, यह बात खण्डवा कलेक्टर शिल्पी गुप्ता ने आईसेक्ट के क्षेत्रीय कार्यालय खण्डवा में कही। कलेक्टर महोदय ने आईसेक्ट द्वारा चलाये जा रहे मंत्रणा पोर्टल, एडवांटेज-प्रो और कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजना की सराहना की। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और आईसेक्ट द्वारा शिक्षित बेरोजगारों के निःशुल्क रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के शुभारंभ समारोह का आयोजन आईसेक्ट क्षेत्रीय कार्यालय खण्डवा में सम्पन्न हुआ। समारोह में खण्डवा कलेक्टर शिल्पी गुप्ता, सहायक संचालक नरवले, संस्थान के क्षेत्रीय प्रबंधक लुकमान मसूद, आईसेक्ट सेंटर खण्डवा की प्रबंधक रक्शि मसूद सहित कई अधिकारी प्रशिक्षणार्थी एवं छात्र-छात्रा उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रबंधक लुकमान मसूद ने आईसेक्ट के कार्यों, योजनाओं तथा कार्य प्रणाली पर प्रकाश डाला। रक्शि मसूद ने कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया तथा संचालन सूफियान काजी ने किया।