आईसेक्ट विश्वविद्यालय समाचार


आईसेक्ट विष्वविद्यालय में हास्य महोत्सव

 

 

 

 

 

 

 

 

आईसेक्ट विष्वविद्यालय द्वारा आयोजित हास्य काव्य महोत्सव में विष्व ख्याति प्राप्त हास्य व्यंग्य कवि प्रदीप चौबे और मषहूर षायर डॉ. राहत इंदौरी के साथ ही संपत सरल और प्रमोद तिवारी ने षिरकत की। अपने समय और हालातों पर कटाक्ष करती और सहज हास्य का परिवेष तैयार करती कविताओं का ताना-बाना लिए देष के नामचीन कवि-षायर आईसेक्ट विष्वविद्यालय के सांस्कृतिक मंच से श्रोतागण को मंत्रमुग्ध कर दिया। 
कार्यक्रम का शुभारंभ कवि-कथाकार और आईसेक्ट के महानिदेषक संतोष चौबे एवं कविगण के द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलन कर की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईसेक्ट विष्वविद्यालय के महानिदेषक संतोष चौबे ने कहा कि ये विष्वविद्यालय इस समय देष के प्रमुख विष्वविद्यालयों में से एक बनकर उभरा है, जिस संस्थान में आईटी के साथ ही संस्कृति, कला आदि को प्रमुखता से इस युवा पीढ़ी तक पहुंचा पाने में सक्षम भी हुआ है।
    कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कानपुर के गीतकार कवि प्रमोद तिवारी ने अपने गीतों से समा बांध दिया। उनके प्रमुख गीत संग्रह से एक रिष्ते को परिभाषित करती हुई कविता दर्षकों ने भी खूब सराही जिसके बोल थे ‘राहों में भी रिष्ते बन जाते हैं, ये रिष्ते भी मंजिल तक जाते हैं, आओ तुमको एक गीत सुनाते हैं, रिष्तों की खुषबू में ... आओ तुमको एक गीत सुनाते हैं’’ इसी क्रम में अगली कविता युवा पीढ़ी को समर्पित की ‘ऐ नदिया धीरे-धीरे बहना, धार-धार से कहना... प्रचलित गलियों से बचना, अपना पथ खुद ही रचना आदि कविता गीत के माध्यम से प्रस्तुत कीं। इसी क्रम में श्री संपत सरल जी ने गद्य रचना की पस्तुति दी जैसे ‘वे भी क्या दिन थे, जब घड़ी एक-आध के पास होती थी और समय सबके पास था, आज की तरह नहीं थी कि फेसबुक पे पांच हजार दोस्त हैं और परिवार से बोलचाल बंद है इसी प्रकार संपत सरल ने राजनीति पर भी चुटकी ली साथ ही आधुनिक एवं पाष्चात संस्कृति की उथल-पुथल के दौर से व्यंग्यात्मक लहजे में परिचित कराया।
अगले कवि के रुप में जब मंच पर श्री राहत इंदौरी आये तो तालियों से श्रोतागण ने उनका स्वागत किया। राहत इंदौरी ने भी नौजवानों के लिए अपने चिरपरिचित अंदाज में शेर पेष किया जैसे कि ‘‘राज जो कुछ हो, इशारों में बता देना, और हाथ जब मुझसे मिलाना तो दबा देना, वैसे इस खत मेें कोई बात नहीं है, पर जब पढ़ लेना तब जला भी देना’’ इसी प्रकार अगला शेर ‘‘सरहदों पर बहुत तनाव है क्या?, कुछ पता तो करो चुनाव है क्या? इसी क्रम में हास्य कवि प्रदीप चौबे ने मंच संभाला और दर्षकों को गुदगुदाते हुए कहा कि अब मैं अंतिम कवि हूँ और आप सभी इसी का इंतजार कर रहे होंगे। उन्होंने आगे दषकों को व्यंग्यात्मक एवं हास्य कविता के माध्यम से हंसाते हुए लोटपोट कर दिया। राजनीति पे भी गहरा कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘गम न कर, अब उठ, सबर कर, मत मचल.... शहर चल, कर पहल, चल शहर, अब दल बदल’’ इसी क्रम में आगे अफसरषाही पे भी कटाक्ष किया ‘चाहे कहीं भी और अफसर कहीं का भी बिल बना सकते हैं’। कार्यक्रम का संचालन कला समीक्षक विनय उपाध्याय ने किया एवं अंत में अजय चौबे व विनिता चौबे ने कविगण को स्मृति चिन्ह भेंट स्वरुप दिया। आईसेक्ट विष्वविद्यालय के प्रो. वी.सी. अमिताभ सक्सेना ने आभार व्यक्त किया।

इंजीनियर्स डे पर Technopreneure Promotion Programme का आयोजन

 

 

 

 

आईसेक्ट विष्वविद्यालय में Technopreneur Promotion Programme का शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलन के साथ प्रारंभ हुआ। मौका था ‘इंजीनियर्स डे’ का, इस अवसर पर आईसेक्ट विष्वविद्यालय के कुलपति वी.के.वर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि एक अच्छा इंजीनियर बनें तभी एक अच्छे उद्यमी बन पायेंगे, अच्छा इंजीनियर बनने के लिए ये 5core content, capacity, character, communication and confidence भी दिये साथ ही कहा कि सभी छात्रांे को समय का सदुपयोग करना चाहिए और जो भी विष्वविद्यालय द्वारा छात्रों का उद्योग दौरा होता है उसमें छात्र कम से कम 3 समस्याएं जरुर जानने का प्रयास करें जिससे आपको भविष्य में एक सफल उद्यमी बनने के सफलता सूत्र के रुप में काम आयेगा।
कार्यक्रम में अतिथि व्याख्यान के तौर पर राजीव अग्रवाल, अनन्या पैकेज प्रा.लि. के चेयरमेन ने छात्रों से रुबरु होते हुए कहा कि इंजीनियर्स डे आज भी है और कल भी है शब्दों द्वारा मुखातिब होते हुए सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि ठंडा दिमाग, दिल में मिठास और मुष्किलों में हौसला बनाए रखो यही सफलता का असल मूलमंत्र है। इस मौके पर सर्वा फोम के प्रोपराइटर कुनाल जियानी, ब्त्प्ैच् भोपाल के एजीएम राजेष पचगणे, यूनिटेक पॉवर के चेयरमेन सुरेन्द्र कटियार एवं सोना एवं सन सर्विसेज के चेयरपर्सन एस के अग्रवाल ने भी सभी छात्रों को इंजीनियर्स डे की बधाई दी और उन्हें मार्गदिर्षत करते हुए कहा कि एक इंजीनियर ही है जो डॉक्टर्स, फॉर्मास्युटिकल्स आदि सभी की आधारषिला है, बगैर इंजीनियर्स के कुछ भी संभव नहीं है अतएव आप सपने बड़े देखिए, एक सोच बनाइए और उस सोच के आधार पर अपने सपनांे को पूरा करें, आप एक इंजीनियर होने के नाते काफी लकी हैं साथ ही आप अपनी काबिलियत पर पूरा भरोसा करें।
कार्यक्रम में सवाल-जवाब का दौर भी चला और छात्रों ने बढ़-चढ़ कर अनेक सवाल अपने अतिथिगण से पूछे और उनका समाधान जाना। विष्वविद्यालय के फैकल्टी आषीष चौहान जी ने भी छात्रों को सक्सेस और हेल्दी बनने के टिप्स दिए जिससे छात्र भविष्य में अपने आपको स्वस्थ्य बना सकेें और स्वस्थ्य दिमाग से समाज व राष्ट्रहित के लिए कार्य कर सकें। छात्रों ने इस मौके पर एक नाटक प्रस्तुत किया ‘उड़ान सपनों की’ जिसका मूलमंत्र था किताबी ज्ञान की जगह प्रैक्टिकल ज्ञान ज्यादा आवष्यक है। 
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती संगीता जौहरी व छात्र प्रिंस राठौर ने किया। फिजिक्स डिपार्टमेंट की प्रोफेसर नीतू पालीवाल ने अतिथिगण को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। 

पीएच डी ओरिएंटेषन एवं ANSYS साफ्टवेयर का डेमांसट्रेषन

आईसेक्ट विष्वविद्यालय में पीएच डी ओरिएंटेषन प्रोग्राम संचालित हुआ। इस ओरिएंटेषन का संचालन संगीता जौहरी एवं डॉ. आषी दीक्षित ने किया साथ ही नए शोधार्थियों को पीएच डी कोर्स की सभी जानकारियां व टिप्स जैसे कि रचनात्मक और केंद्रित हो, विष्लेषणात्मक बनें, स्वानुषासन हो, सहिष्णुता क्षमता बढ़ाएं, नियमित और अपने आप के प्रति ईमानदार होना, यथार्थवादी होना एवं सीखने की ललक हमेषा बनाए रखें।
आईसेक्ट विष्वविद्यालय के कुलपति वी.के.वर्मा ने सभी शोधार्थियों का स्वागत किया साथ ही उन्होंने एक गाइड की भूमिका निभाते हुए कहा कि आपके पास पर्याप्त समय है और इसका भरपूर प्रयोग कीजिए लेकिन कट एंड पेस्ट की कार्यप्रणाली कर कार्य न करें। अपना खुद का सर्वे करिए और अपने दिमाग का बेहतर उपयोग कर इस रिसर्च को पूरा करें। आपकी रिसर्च आपके फायदे के लिए ना हो के समाज के फायदे के अनुरुप होनी चाहिए साथ ही शोधार्थियों को आईसेक्ट विष्वविद्यालय की तरफ से सभी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी जैसे कि लाईब्रेरी, टूल किट आदि सभी। शोधार्थियों को संबोधित करते हुए आईसेक्ट विष्वविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बसंत सिंह ने कहा कि पीएचडी करने के लिए दो बातें होती हैं, पहली बात है की ‘कर लेना है’ और दूसरी कि ‘करना है’ इसलिए सभी करना है पर जोर दें साथ ही मैकेनिकल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. आर.आर.लाल ने भी सभी शोधार्थियों का स्वागत किया एवं उन्हें कहा कि पीएचडी धारक पूर्ण प्लान के साथ वर्क करें और अपना खुद का सर्वे शामिल करें। आईसेक्ट विष्वविद्यालय के सभी डॉक्टरेट फैकल्टी ने भी अपने अनुभव साझा किये एवं नए शोधार्थियों को गाइड किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. दीप्ति महेष्वरी ने सभी का आभार व्यक्त किया।

सेमिनार आयोजित एवं ‘विज्ञान तकनीकी’ का विमोचन

आईसेक्ट विष्वविद्यालय में Renewable Energy for sustainable Futrue विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें अतिथि व्याख्यान के लिए डॉ. वी.के. सेठी, पूर्व निदेषक यूआईटी एवं आरजीपीवी, आर पी पाठक बतौर कंसल्टेंट, टीसीई एवं राष्ट्रीय स्तर के विषेषज्ञ, डॉ. अनिल दुबे, प्रमुख वैज्ञानिक, ब्प्।म् और मृदुल खरे, नव एवं नवकरणीय ऊर्जा के डेपुटी कमिष्नर ने अपने विचारों से विष्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को अवगत कराया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि विषेषज्ञ डॉ वी के सेठी, आर पी पाठक आईसेक्ट विष्वविद्यालय के कुलपति वी.के.वर्मा, सेंटर फॉर साईस कम्युनिकेषन के निदेषक एस.आर.अवस्थी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। विष्वविद्यालय के कुलपति वी.के. वर्मा जी ने अपने उद्बोधन में वर्तमान समय में ऊर्जा की कैसे बचत की जाए एवं साथ ही भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऊर्जा के नये-नये क्षेत्र विकसित किए जाएं जो कि ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से भी निजात दिलाये, के प्रयास पर बल दिया।
आईसेक्ट विष्वविद्यालय के प्रांगण में मध्य प्रदेष ऊर्जा विकास निगम के सहयोग से डवइपसम त्मदमूंइसम म्दमतहल म्गपइपजपवद के माध्यम से 5 व 6 सितंबर को छात्र-छात्राओं को रुबरु कराया गया जिसमें छात्रों ने मोबाइल वैन में लगे सिस्टम को जाना व समझा साथ ही विष्वविद्यालय के समकुलपति अमिताभ सक्सेना, रजिस्ट्रार विजय सिंह, सेंटर फॉर साइंस कम्युनिकेषन के निदेषक एस.आर.अवस्थी ने भी देखा व कई सवालों का जवाब छात्रों को दिया, जिससे छात्रों को कई जानकारियां हासिल हुईं।
अतिथि व्याख्याता डॉ. वी.के. सेठी ने ग्रीन पॉवर टेक्नॉलॉजी के माध्यम से एनर्जी का निर्माण करने पर विचार प्रस्तुत किये, आर.पी. पाठक ने ॅपदक ंदक ैउंसस भ्लकतव च्वूमत क्मअमसवचउमदज विषय पर अपने विचार प्रकट किये इसी क्रम में डॉ. अनिल दुबे ने ळतममद म्समबजतपबपजल ळमदमतंजपवद तिवउ ब्तवच त्मेपकनमे विषय पर अपना व्याख्यान दिया एवं श्री मृदुल खरे ने च्वसपबल प्दपजपंजपअमे जव चतवउवजम त्मदमूंइसम पद डंकीलं च्तंकमेी विषय पर छात्र-छात्राओं को अपने विचार एवं कार्यप्रणाली से अवगत कराया। कार्यक्रम के अंत में वोट ऑफ थैंक्स सेंटर फॉर रेनेवेबल एनर्जी के निदेषक डॉ. बी डी शुक्ला ने दिया।

आईसेक्ट विष्वविद्यालय में फ्रेषर्स पार्टी का आयोजन

आईसेक्ट विष्वविद्यालय में फ्रेषर्स पार्टीHarmony 2k14 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ आईसेक्ट विष्वविद्यालय के वाइस चांसलर वी के वर्मा, प्रो वाइस चांसलर अमिताभ सक्सेना, डीन सितेष सिन्हा एवं प्राचार्य डॉ. बसंत सिंह ने द्वीप प्रज्जवलन कर किया। इसी क्रम में विष्वविद्यालय के कुलपति वी.के. वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि हारमनी का मतलब सद्भाव होता है और वैसे भी इस विष्वविद्यालय के छात्रों में सद्भाव बहुत है और जिस प्रकार आप सभी सद्भाव के साथ हैं निष्चय ही उससे ये विष्वविद्यालय निरंतर प्रगति करता रहेगा। विष्वविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बसंत सिंह ने भी प्रथम वर्ष के छात्रों का स्वागत किया एवं उन्हें मार्गदर्षन भी दिया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए इसमें जूनियर्स डिफरेंट थीम और स्टाइल में नजर आये। पहले वर्ष से ही विष्वविद्यालय में धमाकेदार एंट्री के लिए जूनियर्स स्टेज पर उतरे और मिस्टर एण्ड मिस का खिताब पाने के लिए इनके बीच जबरदस्त कॉम्पिटीषन चला। एक तरफ अपने स्टाइल और ड्रेसिंग सेंस से जजेस को इंप्रेस करना था। वहीं, दूसरी ओर जजेस पैनल में डॉ सालिनी यादव एचओडी सिविल डिपार्टमेंट, डॉ. आषी दीक्षित एवं डॉ राकेष खरे चीफ लाइब्रेरियन ने कई सवाल पूछकर आईक्यू लेवल भी परखा। अंत में मिस आईसेक्ट का खिताब निधि कष्यप और मिस्टर आईसेक्ट का खिताब जन मोहम्मद ने जीता। मिस्टर ईव सागर पॉल एवं मिस ईव एम नित्या व अन्य टाइटल्स पर भी जूनियर्स ने बढ़-चढ़ कर पार्टीसिपेट कर खिताब अपने नाम किया।
Journey of Harmony में बीई सेकेण्ड ईयर के छात्र अभिषेक चौधरी और राहुल शुक्ला ने बनाया जो कि प्रथम वर्ष के छात्रों को विष्वविद्यालय में Harmony 2k11 - Harmony 2k13 तक के सफर से रुबरु कराया। बीई प्रथम वर्ष के छात्र षिवराम ने आईसेक्ट विवि के अब तक के अपने अनुभव को सभी से शेयर किया। कॉमिक प्ले में छात्रों ने एक्टर्स के रोल निभाते हुए खूब तालियां बटोरीं। षिक्षा के महत्व को दर्षाता हुआ ‘एजुकेषन फार ऑल’ नाटय प्रस्तुत किये और डांसिग ग्रुप ‘उदिता’ का मैषअप सान्ग्स सैटरडे - सैटरडे.., ओरे कांची कांच की गुड़िया.., आजा नच ले नच ले मेरे यार तू नच ले..’ पर छात्रों ने जमकर तालिया दीं और इसी क्रम में सोलो डांस छात्र सागर द्वारा लड़कों की ऊगली पे नाचे ये जमाना.. मेरे मेहबूब... पर परफॉर्म किया। सुस्मिता एंड ग्रुप ने ‘खलीफा-खलीफा-खलीफा.. अरे अभी तो पार्टी शुरु हुई है.. आदि गानों पर जबर्दस्त परफार्मेंंस दी। प्रथम वर्ष के छात्रों ने जम्मू एण्ड कष्मीर के लिए फंड डोनेट किया एवं साथ ही सभी छात्रों ने भी किया, जिसे जम्मू-कष्मीर में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दिया जायेगा। छात्र ए.वी.प्रसाद, अमित गुप्ता, नेहा भंडारवर एवं श्रेया ने बखूबी मंच का संचालन किया।