आईसेक्ट समाचार


वित्तीय सेवाओं के लिए आईसेक्ट सम्मानित  

भारत सरकार की टेक्सटाइल मिनिस्ट्री सचिव जोहरा चटर्जी ने दिया अवार्ड भारत में ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में श्रेष्ठ सेवाएं देने वाला भोपाल आधारित आईसेक्ट नेटवर्क देश का अग्रणी संस्थान है। आईसेक्ट को वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रतिष्ठित स्कॉच फाइनेंशियल इन्क्लूजन ऑर्डर ऑफ मेरिट अवॉर्ड 2014 से नवाजा गया है। आईसेक्ट को यह पुरस्कार देने की घोषणा दिल्ली के इंडिया हैबिटैट सेंटर में आयोजित स्कॉच फाइनेंशियल इन्क्लूजन समिट 2014 में की गई। इस मौके पर आयोजित एक गरिमामयी समारोह में भारत सरकार के टेक्सटाइल मिनिस्ट्री की सचिव सुश्री जोहरा चटर्जी ने आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी को यह अवॉर्ड प्रदान कर सम्मानित किया।

वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में दिए जाने वाले इस मेरिट बेस्ड अवॉर्ड के लिए एक हजार से भी ज्यादा प्रविष्टियां आई थीं। जिसमें चयनित 70 कंपनियों में आईसेक्ट को भी इस पुरस्कार के लिए चुना गया। इस पुरस्कार के लिए आईसेक्ट को निर्णायकगणों द्वारा जमीनी स्तर पर श्रेष्ठ सेवाएं देने के लिए चुना गया। इस मौके पर इंडियन बैंक एसोसिएशन के चीफ एक्जीक्यूटिव श्री एम.वी. टंकसाले एवं मप्र शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की मुख्य सचिव श्रीमती अरूणा शर्मा भी उपस्थित थे।

इस उपलब्धि पर आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि- मैं इस सम्मान को पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमें बहुत पहले से ही इस बात का अहसास था कि वित्तीय मध्यस्थता किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए अत्यावश्यक है। विशेषकर ग्रामीण व अर्धशहरी इलाकों में जहां बैंकिंग सुविधा अभी तक व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं हुई है। ऐसे स्थानों के लिए ही आईसेक्ट इन क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है। आज जब क्षेत्रीय स्तर पर कियोस्क बैंकिंग की अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हो पा रही है। ऐसे में लोगों को कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है, वें अपने स्थानों पर ही रहकर इंटर बैंक ट्रंसफर सुविधा का लाभ उठा पा रहे हैं।

आधार कार्ड, कियोस्क बैकिंग आधारित वित्तीय सेवाएं आने वाले समय में ग्रामीण व अर्धशहरी क्षेत्रों में अभूतपूर्व परिवर्तन लाएंगी। स्कॉच फाइनेंशियल एंड डिपेंडिंग अवॉर्ड उन संस्थाओं को प्रदान किया जाता हैं जो भारत के ग्रामीण एवं अर्धशहरी क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में नवाचार के माध्यम से विकास को बढ़ाने एवं गरीबी को कम करने की दिशा में श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं। 2009 के बाद से अभी तक आईसेक्ट ने बिहार, राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश, हरियाणा में परेशानी मुक्त बैंकिंग सेवाओं का विस्तार किया है। कॉमन सर्विस सेंटर प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब में भी एक प्रमुख सेवा केंद एजेंसी के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। आईसेक्ट ने अभी तक ग्रामीण, अर्धशहरी एवं शहरी क्षेत्रों में 1500 कियोस्क सफलतापूर्वक प्रारंभ किए हैं जिनके माध्यम से लगभग 30 लाख खाते शुरू करके 850 करोड़ रूपए का ट्रंजेक्शन किया है।

वर्तमान में आईसेक्ट 26 राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ एक बिजनैस करस्पोंडेंट के रूप में कार्य कर रहा है। जिनमें स्टेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकिंग सेवाओं के अलावा ऋण एवं प्रीमियम नवीनीकरण की सेवा प्रदान करने की भी पेशकश की है। भारत के बैंक विहीन क्षेत्र में सफलतापूर्वक श्रेष्ठ बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए आईसेक्ट को मंथन अवॉर्ड, साउथ एशिया एंड एशिया पैसेफिक, ई-गवर्नेंस इंडिया अवॉर्ड और एफआईपीएस अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।