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सीवीआरसीएससी विज्ञान जागरुकता मास 28 जनवरी-28 फरवरी

रबिन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी में सुपर मून का अवलोकन 


19 फरवरी की रात माघ पूर्णिमा को देखा गया चाँद इस साल का सबसे बड़ा चाँद था। अब चाँद की स्थिति साल 2019 में किसी अन्य मौके पर धरती से इतने करीब नहीं होगी। कोस्मोलोजिकल भाषा में सबसे बड़े आकार में दिखने वाले चाँद को ही सुपरमून कहते हैं। रबिन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी में इस विहंगम आकाशीय दृश्य को दूरबीन की मदद से खुले आसमान के नीचे देखा गया। आरएनटीयू के छात्रों ने टेलिस्कोप के माध्यम से तारों भरे आकाश में सुपरमून को तो देखा ही साथ ही साथ तारों व निहारिकाओं के दिलचस्प नज़ारे भी देखे व कई चर्चित किस्सों सहित काफी वैज्ञानिक जानकारियाँ प्राप्त की। इस बार का चाँद अन्य पूर्णिमा की तुलना में ज्यादा बड़ा और चमकदार दिखा। मंगलवार रात को 9 बजकर 23 मिनट पर आकाश में धरती और चाँद के बीच की दूरी सबसे कम थी यही वज़ह थी कि इस दौरान चाँद धरती से सबसे चमकीला दिखा। सुपरमून के दृश्य के समय चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी महज दो लाख इक्कीस हज़ार मील थी। सुपरमून को स्नो मून या दूधिया चाँद भी कहते हैं। दरअसल सुपरमून अंतरिक्ष में पृथ्वी और चाँद के बीच होने वाली दो घटनाओं पूर्णिमा यानी फुल मून और लूनर पेरिजी का मिश्रण है। जब चांद धरती से सबसे ज्यादा पास में होता है तो इसे लूनर पेरिजी कहा जाता है वहीं जब यह पृथ्वी से सबसे ज्यादा दूर यानी दो लाख अड़तीस हज़ार मील होता है तब इसे माइक्रोमून कहा जाता है। 
रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के पचास से अधिक अध्ययनरत स्टूडेंट्स एवं आरएनटीयू के ही इग्नाइटेड माइंड्स साइंस क्लब के सोलह सदस्यों ने सुपर मून देखने की पूरी तैयारियों के बीच टेलिस्कोप की कार्यप्रणाली, फोकस के साथ आकाश निहारने की कला, आकाशगंगा- ब्रह्माण्ड और मनुष्य की यूनिवर्सल चेतना विषयक पुरातन जिज्ञासा को भी सबसे साझा किया। वैज्ञानिक एवं कम्युनिकेशन इंजीनियर तथा सी.वी.रामन विज्ञान प्रसार केंद्र, रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के डायरेक्टर राग तेलंग ने संवाद कार्यक्रम में उत्सुकता, जिज्ञासा और कौतुहल बनाए रखकर इस अनोखी रात्रि को छात्रों के लिए यादगार बना दिया। सुपरमून को लेकर खगोल और अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि रखने वाले फेकल्टी और भविष्य में वैज्ञानिक बनाने की इच्छा रखने वाले उत्साही छात्रों ने इस घटना का गहराई से अवलोकन व विश्लेषण किया और विभिन्न ग्रहों-उपग्रहों और सौर मंडल के बारे में अनोखी और विस्तृत जानकारियों पर सभी ने आपस में चर्चा की। इसी शाम आरएनटीयू के टैगोर स्टूडियो में साइंस टाक वार्ता की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई जिसमें वार्ताकार थे आरएनटीयू इग्नाइटेड माइंड्स साइंस क्लब के संयोजक संदीप पोतदार व सदस्य साक्षी किरण और सी.वी.रामन विज्ञान प्रसार केंद्र के निदेशक व वैज्ञानिक राग तेलंग। 
इग्नाइटेड माइंड्स साइंस क्लब के छात्रों ने भविष्य में गाँवों में टेलिस्कोप ले चलो अभियान की योजना भी तैयार की, ताकि लोगों में प्रकृति और ब्रह्माण्ड को जानने-समझने का भाव पैदा हो। आरएनटीयू इग्नाइटेड माइंड्स साइंस क्लब के प्रमुख सदस्य संदीप पोतदार, शिशिर सराठे, वैशाली, साक्षी किरण सहित 100 से अधिक युवाओं ने इस इवेंट का आनंद लिया। कार्यक्रम संयोजन टीम में ऋत्विक चौबे, संजय नायर, शेरोन मास्टर, महेश, रामदास, रवि मालवीय, उपेन्द्र पटने, रोहित श्रीवास्तव, सिरिल आदि का भरपूर योगदान रहा। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए विज्ञान पत्रिका के सम्पादक मंडल के सदस्य मोहन सगोरिया, रवीन्द्र जैन, साक्षरता-विज्ञानकर्मी संजय सिंह राठौर भी उपस्थित थे।

 

रीजनल साइंस सेंटर में डिज़ाइन कॉन्टेस्ट में 
रबिन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी की उल्लेखनीय सहभागिता 

रीजनल साइंस सेंटर में गत 22-23 फरवरी 2019 के दौरान केंपस में आयोजित डिज़ाइन कॉन्टेस्ट ऑन ग्रास रूट टेक्नॉलॉजीस व लोकल इनोवेशन आधारित डिज़ाइन कॉन्टेस्ट में रबिन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी की ओर से छह स्टूडेंट्स और दो मेंटर्स की टीम ने दो केटेगरीज़ में भाग लिया। दिस्प्ली क्रम इस प्रकार था : आरएनटीयू स्टॉल नंबर 11, मॉडल एंड डिज़ाइन का नाम स्मार्ट होम सिस्टमः( मेंटरः राग तेलंग, प्रतिभागी स्टूडेंट्स पायल चलार, गीतिका मिश्रा, सुब्रत भटोब्याल ) तथा स्टॉल नंबर 12, मॉडल एंड डिज़ाइन का नाम स्मार्ट एग्रीकल्चर (मेंटर-राकेश कुमार, प्रतिभागी स्टूडेंट्स आयुषी सिंह, रोहित नागर)। कोआर्डिनेटर के रूप में शिशिर सराठे साथ रहे। स्टॉल्स पर ।प्ब्.त्छज्न् की स्टैंडीज़ प्रमुखता से डिस्प्ले की गई थी। विशेष बात यह भी रही कि 22 फरवरी को कॉन्टेस्ट के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मैपकॉस्ट के मुख्य वैज्ञानिक तसनीम हबीब सर के स्वागत के लिए आरएनटीयू की प्रतिभागी छात्रा गीतिका दुबे को चयनित कर मंच पर आमंत्रित किया गया। 14 विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के कुल 41 डिज़ाइन- मॉडल्स की प्रस्तुति हुई। दोनों ही टीमें यूनिवर्सिटी में हुई गत एक सप्ताह की सघन ट्रेनिंग के कारण अपनी प्रस्तुतियों को लेकर कॉन्फिडेंट थीं, दर्शकों के सामने उन्होंने विश्वविद्यालय को प्रभावी रूप से रिप्रेज़ेंट किया, प्रतिभागियों की मुक्तकंठ से सराहना हुई। 

विज्ञान दिवस पर ग्राम्य शिविर में विज्ञान वार्ता

विगत दिनों विज्ञान दिवस के अवसर पर दिनांक 28 फरवरी रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा एक सात दिवसीय विशेष सामाजिक शिविर निकटस्थ ग्राम गोकुलाकुंडी में आयोजित किया गया। शिविर का उद्घाटन माननीय विनायक परिहार द्वारा किया गया एवं उनके साथ उपस्थित डीन एकेडमिक संजीव गुप्ता उपस्थित थे। इस शिविर में विज्ञान दिवस के अवसर पर रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के सी.वी.रामन विज्ञान प्रसार केंद्र के डायरेक्टर राग तेलंग ने छात्रों व स्थानीय युवाओं के बीच संवाद कार्यक्रम में उत्सुकता, जिज्ञासा और कौतुहल बनाए रखकर विज्ञान वार्ता को सबके लिए यादगार बना दिया। सभी प्रतिभागियों ने विज्ञान के जटिल सिद्धांतों से लेकर खगोल और अंतरिक्ष विज्ञान के रुचिकर प्रश्न पूछे और उन्हें समझा। भविष्य में वैज्ञानिक बनाने की इच्छा रखने वाले उत्साही छात्रों ने विभिन्न ग्रहों-उपग्रहों और सौर मंडल के बारे में अनोखी और विस्तृत जानकारियों पर भी चर्चा की। इसी सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात प्रेरक व लेखक विनोद जैन ने छात्रों के बीच व्यक्तित्व विकास एवं विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे।