आईसेक्ट विश्वविद्यालय समाचार


आस्ट्रेलिया के मोटिवेशनल स्पीकर सैम्यूअल कोथेन का व्याख्यान

‘‘समस्याएं ही नए अवसरों को जन्म देती है। जीवन का संकेत ही समस्याएं हैं। हमें परिस्थितियों को दोष न देते हुए सदैव चुनौतियों का सामना करते हए आगे बढ़ना चाहिए। छोटी-छोटी खुशियों के माध्यम से ही सफलता पाई जा सकती है।’’ यह वक्तव्य आस्टेªलिया के मोटिवेशनल स्पीकर सैम्यूअल कोथेन का है। गत दिनों आईसेक्ट विश्वविद्यालय में कान्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज व यंग इंडियन के भोपाल चैप्टर द्वारा आयोजित समारोह में उन्होंने षिरकत की। यहाँ उन्होंने कहा कि दुनिया में सफल लोग चाहें वे किसी भी सेक्टर से हो वे यह अच्छी तरह जानते हैं कि वे यह कार्य क्यों कर रहे हैं।  उन्होंने व्हाय (क्यों) पर फोकस किया और यह बताया कि लोगों को अधिकतर यह जानकारी नहीं होती कि वे यह कार्य क्यों कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय युवाओं के साथ इमेज की समस्या बताई।

उन्होंने यह बताया कि भारतीय युवाओं का अधिकांशतः ध्यान इस बात पर रहता है कि दूसरे लोग उसके बारे मैं क्या सोच रहे हैं। उन्होंने मोटिवेशनल कहानियों व कुछ गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया। इस दौरान उनके साथ घटी घटना पर आधारित वृत्तचित्र भी दिखाया। साथ ही विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। कार्यक्रम की षुरुआत में आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने संस्था का परिचय देते हुए आईसेक्ट की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे विषेष रूप से उपस्थित थे। आईसेक्ट निदेशक पल्लवी राव चतुर्वेदी ने आभार व्यक्त किया।

स्वतंत्रता दिवस समारोह में छलका देषप्रेम

आईसेक्ट विश्वविद्यालय में 68वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने ध्वजारोहण किया इसके उपरांत उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे देश के युवाओं को संप्रभुता, देशभक्ति और प्रगति पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि राष्ट्र की प्रगति में अपना सर्वोच्च प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि आज हमारे भारत के प्रधानमंत्री जी ने जो विजन राष्ट्र की तरक्की के लिए रखे हैं जैसे कौशल विकास, महिलाओं को और सशक्त बनाना, अपने आसपास के वातावरण को साफ-सुथरा रखना एवं आईटी के क्षेत्र में विशेष प्रयोजन, यही विजन हमारा आईसेक्ट विश्वविद्यालय पहले से ही लेकर चल रहा है और ये हमारा सौभाग्य है कि यही विजन हमारे देश केे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने लाल किले की प्राचीर से देश के संबोधन में कही। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री विजय सिंह जी ने अपने विचार प्रकट करते हुए देश के युवाओं और आईसेक्ट विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संदेश देते हुए कहा कि आज भारत देश युवा देश के भरपूर जोश से प्रगति की राह पर अग्रसर है और आईसेक्ट विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं पूरे विश्व में अपना सर्वोच्च प्रदर्शन कर रहे हैं तथा इसी प्रकार देश की प्रगति में अपनी सहभागिता दर्शाते रहें। अंत में उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने देश की गरीबी, भ्रष्टाचार, अशिक्षा जैसी सामाजिक बुराइयों के चंगुल से मुक्त करने की दिशा में कार्य करना चाहिए। आईसेक्ट के छात्र-छात्राओं ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘फ्लेवर ऑफ इंडिया’की थीम पर लजीज व्यंजनों के अनेक स्टाल लगाए एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहन प्रस्तुतियां भी दीं जिसमें नृत्य नाटिका एवं पंजाबी भांगड़ा की प्रस्तुति उल्लेखनीय रही।

स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

आईसेक्ट विश्वविद्यालय द्वारा चिकलोद गांव के शासकीय माध्यमिक शाला में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में चिकित्सक एवं स्कूल के प्राचार्य, प्रधानाध्यापक एवं सरपंच महोदया का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। स्वास्थ्य शिविर में जाने माने चिकित्सक डॉ. यतीश गुप्ता एवं दंत चिकित्सक डॉ. सतेन्द्र सिंह चौहान ने बच्चों समेत गांव के बुजुर्ग, महिलाओं और समस्त गांववासियों का उपचार किया एवं साथ ही उन्हें बारिश के मौसम में होने वाली आम बीमारियों की वजह एवं उनके निदान के संबंध में भी उन्हें सलाह दी। ‘उत्थान शिविर एक सामाजिक सरोकार’ के तहत आईसेक्ट विश्वविद्यालय ने स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया था जिसका संयोजन विश्वविद्यालय की आर्ट्स संकाय की डीन रेखा गुप्ता एवं हर्षा शर्मा ने किया। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाई जिनमें ज्योति मालवीय, मीना ठाकुर, आसमा खान, संजू क्ड़ोपा, पूजा जाटव और अरविंद जाटव ने सराहनीय कार्य किया। कार्यक्रम में हायर सेकेंड्री स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. आर के ठाकुर ने स्कूल के बच्चों को डॉक्टर्स के इंजेक्शन से भयभीत न होने की सलाह दी एवं स्वास्थ्य शिविर के इस कार्यक्रम के संचालन के लिए आईसेक्ट विश्वविद्यालय का आभार भी व्यक्त किया। इस शिविर में गांव की सरपंच बबनी बाई, प्राथमिक बालक पालक संघ के अध्यक्ष पूरन सिंह, स्कूल के प्रधानाध्यापक यतीश गुप्ता एवं गांव के वरिष्ठ नागरिक गप्पा सिंह भी मौजूद थे। आईसेक्ट विश्वविद्यालय ने स्वास्थ्य शिविर के संयोजन के साथ ही गांव के लगभग 600 बच्चों को शिक्षा सामग्री एवं स्वास्थ्य सामग्री भी बंटवाई। कार्यक्रम का संचालन संगीता पाठक ने किया।

राजस्थानी फोक डांस की मोहक प्रस्तुति

आईसेक्ट विश्वविद्यालय में द सोसायटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग्स्ट यूथ (स्पिक मैके) की ओर से गुरुवार की शाम यहां आयोजित ‘राजस्थानी फोक डांस’ की अनोखी प्रस्तुति हुई। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति वी के वर्मा, रजिस्ट्रार विजय सिंह एवं डीन सितेश सिन्हा विशेष रूप से उपस्थित थे। स्पिक मैके की ओर से आयोजित समारोह में रोजे खान एंड ग्रुप ने राजस्थान की लोक संस्कृति से स्टूडेंट्स को रुबरु कराया। इस दौरान कलाकारों के बीच गजब का तालमेल देखने को मिला। कार्यक्रम में राजस्थानी स्वागत गीत ‘केसरिया बालम पधारो म्हारे देश’... की प्रस्तुति खास रही, वहीं फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ के गीत ‘निंबुड़ा’... पर भी ग्रुप की प्रस्तुति धमाकेदार रही। कार्यक्रम में मंच पर संगत कलाकारों में खरताल और मोरचंग वाद्य यंत्र पर देबू खां ने अपनी अंगुलियों के जादू से श्रोताओं को आनंदित किया। सारंगी पर हुसैन खां, ढोलक पर भुंवर खां मौजूद थे। नृत्य में तलवार पर खड़े होकर व सिर पर आधा दर्जन से भी अधिक बर्तन रखकर डांस करने जैसे स्टंट्स प्रस्तुत किए जोकि आईसेक्ट विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स के लिए यकीनन एक अद्भुत अनुभव था। नृत्य में कलाकार के मेकअप और लाइटिंग इफेक्टस ने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। राजस्थानी फोक डांस में किए गये स्टंटस जैसे आंखों से अंगूठी उठाना आदि ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति  वी के वर्मा ने कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट स्वरूप दिया साथ ही इस ग्रुप का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृति एवं कला को सहेजे ये गु्रप युवाओं को इस देश की कला संस्कृति से रुबरु करा रहा है एवं उन्हें आकर्षित भी कर रहा है जिससे से कला सर्वदा जीवित बनी रहे। मंच का संचालन आईसेक्ट विश्वविद्यालय की बीबीए फिफ्थ सेमेस्टर की स्टूडेंट अंजलि राय ने खूबसूरत तरीके से किया।

एनआईएसई और आईटी पॉवर ने एमओयू साइन किया

आईसेक्ट विश्वविद्यालय ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी जो कि जल्द ही सौर ऊर्जा केन्द्र के नाम से जाना जायेगा साथ ही आईटी पॉवर कंसल्टिंग पीवीटी लिमिटेड के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किया है। इस एमओयू में मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रेनेवेबल एनर्जी के डायरेक्टर जनरल डॉ. प्रवीन सक्सेना, आईटी पॉवर की सीईओ आकांक्षा चौबे एवं आईसेक्ट विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विजय सिंह ने हस्ताक्षर किये। इस एमओयू से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को लाभ होगा। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी 1992 में गुड़गांव-फरीदाबाद रोड पर स्थापित की गई जिसे सौर ऊर्जा के केन्द्र के स्वरूप में जल्द ही जाना जायेगा एवं आईटी पॉवर एक कंसल्टिंग फर्म पुंडुचेरी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में, जलवायु परिवर्तन एवं सतत विकास के क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखती है जो कि भारत सरकार के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों और निजी क्षेत्रों में 17 वर्षों से लगातार काम कर रही है। आईसेक्ट विश्वविद्यालय इस एमओयू के अंतर्गत तकनीकी अनुसंधान, सलाहकार और परामर्श कार्य, एवं तकनीकी पत्र लेखन जैसी गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम और सम्मेलनों का आयोजन करेगा।